उत्तराखंड की संस्कृति और वहां के त्यौहारों की बात ही अलग है। उत्तराखंड में सुख समृद्धि, पर्यावरण संरक्षण और प्रेम का प्रतीक हरेला लोक पर्व गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। उत्तराखंड के लोगों के लिए यह दिन बेहद खास होता है और यहां इस दिन से ही सावन की शुरुआत मानी जाती है। कोटद्वार में भी आज कई संस्थाओं द्वारा हरेला पर्व मनाया गया। कोटद्वार न्यायालय में बार एसोसिएशन द्वारा, जानकी नगर शिशु मंदिर में स्टाफ व छात्रों द्वारा भी यह पर्व मनाया गया। प्रोजेक्ट हेल्प इंडिया ‘होप सोसायटी” के अध्यक्ष अमित सेमुअल ने बताया की संस्था के स्लम एजुकेशन सेंटर के बच्चो द्वारा लैंसडाउन वन प्रभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर कई फलदार व औषधीय पौधे लगाए गए। इस दौरान डीएफओ दिनकर तिवारी ने बच्चों को हरेला पर्व व औषधीय पौधों की जानकारी दी। पौधारोपण कार्यक्रम में एसडीओ पूजा पयाल, रेंजर याकूब अली, प्रोजेक्ट हेल्प की कॉर्डिनेटर शालिनी सिंह, सुशीला चार्ल्स, समर्थ हेमिल्टन, समर्पण, नरेंद्र, जगतपाल आदि मौजूद रहे।