भारत सरकार, रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में संयुक्त सचिव राकेश मित्तल ने चुनाव रद्द करने का आदेश जारी किया है। छावनी परिषद गढ़ी कैंट के सीईओ अभिनव सिंह ने चुनाव स्थगित होने की पुष्टि की है। रक्षा मंत्रालय ने छावनी परिषद के चुनाव स्थगित कर दिए हैं।
इसके लिए अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। इससे पूर्व छावनी परिषदों में चुनाव के लिए फरवरी में अधिसूचना जारी की गई थी। नए आदेश के बाद प्रदेश के नौ छावनी परिषदों में चुनाव प्रक्रिया रुक गई है। दरअसल, पिछले एक माह से कैंट चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा था। मतदाता सूची को भी लगभग तैयार कर लिया गया था।
इसी बीच रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में संयुक्त सचिव राकेश मित्तल ने चुनाव रद्द करने का आदेश जारी किया है। छावनी परिषद गढ़ी कैंट के सीईओ अभिनव सिंह ने चुनाव स्थगित होने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि मतदाता सूची को लेकर आ रही आपत्तियों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है
दो साल से कैंट बोर्ड के चुनाव नहीं हो पाए थे। इस बीच फरवरी में रक्षा मंत्रालय ने देशभर के सभी कैंट बोर्ड के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी। 30 अप्रैल चुनाव की तिथि घोषित होते ही उत्तराखंड के नौ कैंट बोर्डों ने भी तैयारी शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय कैंट बोर्ड के चुनाव को एक-दो साल के लिए टाल सकता है।
उत्तराखंड में कुल 9 छावनी परिषद है अल्मोड़ा ,रानीखेत, चकराता, लण्डौर मसूरी , देहरादून ,क्लेमनटाउन टाउन, रुड़की ,नैनीताल लैंसडाउन में ये चुनाव होने थे। चुनाव की सरगर्मी के बीच राजनीतिक दलों के नेता तैयारियों में जुटे थे। लेकिन, अचानक चुनाव टलने से उन्हें बड़ा झटका लगा हैं।