कोटद्वार-पिछले एक महीने में हुए डॉक्टरों और अन्य स्टाफ के ट्रांसफर से कोटद्वार राजकीय संयुक्त चिकित्सालय पूरी तरह खाली हो चुका है। जिस कारण अब मरीज स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे है। हालही में इस अस्पताल से तीन मुख्य चिकित्सकों के ट्रांसफर होने के बाद चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी थी वही अब अस्पताल के सीएमएस के साथ ही कई अन्य चिकित्सा कर्मियों का भी ट्रांसफर कर दिया गया है। इतना ही नही उनके स्थान पर किसी और की व्यवस्था नहीं होने के कारण अस्पताल पूरी तरह खाली हो चुका है।
इस चिकित्सालय में पहले से ही डाक्टरों, नर्सोँ और फार्मेसिस्टों के कई पद रिक्त चल रहे हैं। फिर भी जैसे तैसे काम चल ही रह था। कोटद्वार यूपी की सीमा पर होने के कारण यहा पौड़ी जिले के साथ ही बिजनौर जिले के भी काफी मरीज स्वास्थ्य सेवाओ का लाभ लेते है।
कुछ दिन पूर्व यहा तैनात एक मात्र फिजीशियन, पैथोलॉजिस्ट और वरिष्ठ सर्जन का ट्रांसफर कर दिया गया। लेकिन, उनके स्थान पर नए डॉक्टर अब तक नही आये।
कोटद्वार में स्वास्थ्य विभाग की बदहाल स्थिति को लेकर चर्चा में रहने वाले सीएमएस डा.आईएस सामंत का ट्रांसफर उत्तरकाशी हो चुका है साथ ही पांच फार्मेसिस्टों, एक हैल्थ सुपरवाइजर, एक मैटर्न, दो सिस्टर और तीन स्टाफ नर्सों का भी ट्रांसफर कर दिया गया है। साथ ही इन्हें जल्द ही नए स्थानों पर सेवाएं देने के भी आदेश दे दिए गए है। लेकिन, उनके स्थान पर नया स्टाफ कब तक आएगा इस बारे में कुछ नही कहा जा सकता।
ऐसे में मरीज या तो प्राइवेट हॉस्पिटल में मोटी फीस देने के लिए कर्ज लेकर अपना इलाज कराएंगे या फिर झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाकर अपनी जिंदगी के साथ जुआ खेलेंगे आम जनता के पास इसके अलावा और कोई रास्ता नही बचा।