उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार राज्य के हर व्यक्ति की सुरक्षा और सुविधा को लेकर दिन रात कार्य कर रहे है जिस कारण देश भर में आज उत्तराखंड पुलिस का नाम ईमानदारी के लिए जाना जाता है। बाहर से आए देश विदेश के पर्यटक भी सोशल मीडिया के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में बताते है जिससे उत्तराखंड का नाम और ज्यादा रोशन हो रहा है। वही कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी है जिनकी मनमानी के कारण पूरी पुलिस फोर्स की छवि खराब हो रही है, दरअसल पौड़ी जनपद के कोटद्वार कोतवाली परिसर में स्थित जनपद की साइबर क्राइम सेल से यदि आप ये उम्मीद करते है आपकी शिकायत पर साइबर क्राइम सेल सीधे कार्यवाही करेगी तो आप गलत सोचते है। इसके लिए आपको किसी बड़े अधिकारी या नेता से सहारा लेना होगा। वरना साइबर क्राइम सेल का स्टाफ आपकी बात नही सुनेगा। पिछले कुछ समय से ऑनलाइन आर्थिक धोखाधड़ी और सोशल मीडिया साइट्स का गलत इस्तेमाल करने वालों पर कोटद्वार साइबर क्राइम सेल ने काफी लगाम लगाई है जिसको लेकर खुलासे भी किए हैं वही दूसरी तरफ आशीष कुमार नाम के एक व्यक्ति का ये भी कहना है की उनके द्वारा कोटद्वार साइबर क्राइम सेल में ऑनलाइन आर्थिक धोखाधड़ी की एक तहरीर दी गई थी जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। साथ ही ये भी बताया की तहरीर लेकर जब वो साइबर क्राइम सेल में गए तो एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा बिना पूरी तहरीर पढ़े बिना ही सीधे बोल दिया की इस मामले में कुछ नही हो सकता है, दूसरा मामला फेसबुक पर किसी के नाम का गलत इस्तेमाल करने से जुड़ा था, इस मामले में भी उसी महिला पुलिसकर्मी द्वारा बिना पूरी बात सुने ही ये कह दिया गया की इस मामले में कुछ नही हो सकता। दरअसल जनपद और राज्य में तैनात पुलिस के बड़े अधिकारी कोतवाली पुलिस, यातायात पुलिस, अग्निशमन के बारे में कड़ी नजर तो रखते ही है साथ ही जनता की हर समस्या को सुलझाने का भी पूरा प्रयास करते है। लेकिन इससे अतिरिक्त कार्य करने वाली पुलिस की कई सेल और यूनिट में तैनात कुछ पुलिसकर्मी अपने सीनियर अधिकारियों की ईमानदार छवि को धूमिल करने पर लगे है, ऐसे में जनहित में इस तरह के मामलों में उचित कार्यवाही होना अति आवश्यक है और हर पुलिसकर्मी को ये समझना चाहिए कि वो जनता कि सेवा के लिए तैनात किए गए है इसलिए पीढ़ित की पूरी बात सुने और उस उसकी समस्या का समाधान करने का पूरा प्रयास करें।