कोटद्वार नगर के बालासौड़ वार्ड में एक बच्चा शुक्रवार शाम को लापता हो गया। शनिवार सुबह जब वह मिला तो उसने अपने अपहरण की कहानी बताई।
14 साल के सार्थक ने परिवार और पुलिस को बताया कि शुक्रवार शाम घर के नजदीक स्कूल के खेल मैदान में वह बहन के साथ खेलने गया था। शाम छह बजे उसकी बहन तो घर चली गई लेकिन वह पानी पीने के लिए रुक गया। बताया कि जब वह घर के निकला तो रास्ते में एक कुत्ता खड़ा था। इस वजह से वह दूसरी गली की ओर मुड़ गया। तभी वह एक व्यक्ति से टकरा गया। टक्कर लगते ही व्यक्ति के हाथ से एक बैग नीचे गिरा।
उसमें से पिस्टल भी नीचे गिरा। पिस्टल देखकर वह डर गया और उसके मुंह से चीख निकल गई। वहां मौजूद दो लोगों ने उसे पकड़ लिया। उनमें से एक लंबी दाड़ी वाले व्यक्ति ने उसे कुछ सुंघा कर बेहोश कर दिया। इसके बाद उसने खुद को एक कार की डिग्गी में पाया। उन दोनों में एक ने सफेद पैंट और काली शर्ट पहनी थी और मुंह पर मास्क लगा रखा था।
सार्थक ने बताया कि होश में आते ही उसने बाहर निकलने के लिए हाथ पांव मारे, लेकिन बदमाशों ने उसे फिर से कपड़ा सुंघाकर बेहोश कर दिया। उसके बाद उसे शनिवार तड़के होश आया लेकिन इस बार वह बिना आवाज किए कार की डिक्की खोलने में सफल हो गया। नजदीक की झाड़ियों में बदमाश शराब पीते हुए आपस में बात कर रहे थे।
उसने धीरे धीरे जंगल से निकलकर रेलवे की पटरी पार की। उसके बाद कुछ दूर पर रोशनी दिखाई दी और वह उसी रास्ते होते हुए कोटद्वार-नजीबाबाद मुख्य सड़क पर पहुंच गया। सड़क पर सैर कर रहे एक व्यक्ति को उसने पूरी बात बताई। वह उसे पुलिस थाने तक लाया। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।