कोटद्वार पुलिस ने 11 महीने बाद किया मुकदमा दर्ज, पिछले साल फरवरी माह में हुआ कार एक्सीडेंट। तीन अध्यापकों की गई थी जान

0
1672

लगभग ग्यारह माह पूर्व कोटद्वार-पौड़ी नेशनल हाईवे पर क्रैंखाल के समीप हुई एक कार दुर्घटना के मामले में कोतवाली पुलिस ने मृतक महिला के पति की तहरीर पर शिक्षक जयवीर सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। दुर्घटना में दो शिक्षिकाओं और एक शिक्षक की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए थे।

पिछले वर्ष फरवरी माह में शिक्षक जयवीर सिंह रावत अपनी कार में चार अन्य शिक्षकों को लेकर जीआईसी सारी जा रहे थे। इस दौरान दुगड्डा और गूमखाल के बीच क्रैंखाल में एक मोड़ पर कार अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी थी। दुर्घटना में वंदना भंडारी (36) पत्नी नरेंद्र सिंह भंडारी, पूनम रावत (42) पत्नी प्रद्युमन सिंह दोनों निवासी मानपुर कोटद्वार और दीपक शाह (35) पुत्र उत्तम सिंह निवासी शिवपुर कोटद्वार की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि कार चालक जयवीर सिंह रावत निवासी रतनपुर सुखरो और अरुण कुमार सैनी निवासी सतेंद्र नगर कौड़िया घायल हो गए थे।
मृतक शिक्षिका वंदना भंडारी के पति नरेंद्र भंडारी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी जिसमें उन्होंने वाहन चालक पर लापरवाही से वाहन चलाने का आरोप लगाया था लेकिन तब पुलिस ने घटना क्षेत्र लैंसडौन थाने का बताते हुए मुकदमा दर्ज नहीं किया था। बताया कि जब वह लैंसडौन थाने गए तो वहां की पुलिस ने राजस्व क्षेत्र की घटना बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया।

राजस्व पुलिस ने भी हाईवे की घटना बताते हुए मुकदमा दर्ज नहीं किया। वह पिछले 11 माह से मुकदमा दर्ज कराने के लिए रेगुलर और राजस्व पुलिस के चक्कर काट रहे थे। इस संबंध में उन्होंने पुलिस के उच्चाधिकारियों को पत्र भेजे थे। कोतवाल विजय सिंह ने बताया कि अब मामले में आरोपी वाहन चालक जयवीर सिंह रावत के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

Previous articleरिखणीखाल में सोने चांदी के आभूषण चमकाने के नाम पर ठगी करने वाले को पुलिस ने बिहार से किया गिरफ्तार
Next articleयमकेश्वर विधानसभा छेत्र के पौखाल से लापता हुई युवती प्रेमी संग मिली, अब शादी कराकर कर दी विदाई