देश के पहले सीडीएस जरनल बिपिन रावत जी की तेरहवीं में आज कोटद्वार की मेयर हेमलता नेगी व पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी उनके घर पैतृक आवास पर पहुचे। उनके गांव पहुंचकर किया महावीर को याद। सोशल मीडिया के माध्यम से आज यह जानकारी देते हुए सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि गरुड़ पुराण में बताया गया है कि तेरहवीं तक आत्मा अपनों के बीच ही रहती है। इसके बाद उसकी यात्रा दूसरे लोक के लिए शुरू होती है और उसके कर्मों का हिसाब किया जाता है। हम सब लोगो ने एक महावीर और महायोद्धा को खोया है। जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) थे। यह उत्तराखंड के सम्मान की बात है कि इन्हे परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, युद्ध सेवा पदक, सेना पदक, विशिष्ट सेवा पदक, ऐड-डि-कैम्प से सम्मानित किया गया था