खुद को शातिर समझने वाली इस लड़की ने कभी ये न सोच होगा कि इसकी छोटी सी भूल से ये एक दिन पकड़ी जाएगी। एक हाईप्रोफाइल ब्लैकमेल रैकेट में शामिल इस लड़की को फेसबुक लाइव करना भारी पड़ गया। क्लू के बाद क्लू हासिल करती पुलिस आखिर में उसके ठिकाने तक पहुच ही गयी।
दूसरों को ब्लैकमेल कर पैसा कमाने वाली ये लड़की उन पैसों से मुंबई में डीजे चला रही। जिसका नाम है शिखा तिवारी। शिखा तिवारी को जयपुर की एस0ओ0जी टीम ने मुंबई से गिरफ्तार किया है। हालही में शिखा जयपुर के एक डॉक्टर को ब्लैकमेल कर के 1 करोड़ 5 लाख रुपए ऐंठ चुकी थी। महज़ 21 साल की शिखा एक बहुत बड़े ब्लैकमेलिंग रैकेट का हिस्सा बन चुकी थी। ये बाकायदा एक बहुत बड़ा गैंग था, जिसकी 5 लडकियां अब तक पुलिस ने गिरफ्तार की है बाकी की तलाश जारी हैं। इस गिरोह के कुल 33 लोगों की अब तक गिरफ्तारी हुई है। एसओजी के एडीजी उमेश मिश्रा ने बताया कि अब तक 20 करोड़ के रैकेट का खुलासा हो चुका है। लड़की को मुंबई के एक पब से गिरफ्तार किया गया है। वहां वो एक पब में डीजेइंग कर रही थी.
शिखा तिवारी ने जयपुर के डॉक्टर सुनीत सोनी को बलात्कार के झूठे केस में फंसाया था। फिर केस वापस लेने के ऐवज़ में 1 करोड़ 5 लाख रुपए हासिल कर फरार हो गई। वो डॉक्टर सुनीत के पास हेयर ट्रांसप्लांट के बहाने से गई थी। उस बहाने उसने डॉक्टर से दोस्ती कर ली। फिर एक दिन वो डॉक्टर के साथ पुष्कर घूमने गई। वहां जाकर उसने डॉक्टर से 2 करोड़ की मांग की और नहीं देने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी देने लगी। डॉक्टर ने पैसे नहीं दिए तो उसने मुकदमा करवा दिया। जिसमे डॉक्टर की गिरफ्तारी भी हो गई।
गिरफ्तारी से घबराए हुए डॉक्टर से उसने सौदेबाजी शुरू की। सौदा 1 करोड़ 5 लाख में तय हुआ। पैसे हासिल होते ही शिखा वहा से रफूचक्कर हो गई। 24 दिसंबर 2016 को डॉक्टर सोनी ने पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद ही इस गिरोह पर शख्ती से कार्यवाही शुरू हो गयी थी। अक्षत, विजय, प्रेम शर्मा नाम के कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी। लेकिन शिखा हाथ न लगी। अक्षत वो शख्स था जिसने फर्जी पत्रकार बन कर शिखा की ब्लैकमेलिंग में मदद की थी। अक्षत ही इस मामले का मास्टरमाइंड था।
कहानी कुछ यूं है कि एक बार अक्षत अपना दांत दिखाने डॉक्टर सुनील की पत्नी के पास गया था। वहां उसने भांप लिया कि डॉक्टर दंपत्ति के पास भरपूर पैसा है। लौट कर उसने शिखा को तैयार किया। पूरी योजना बना कर डॉक्टर के पास भेजा। अक्षत एक डिस्को बार में शिखा से मिला था। लखनऊ की रहने वाली शिखा ने जयपुर के ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की थी। ब्लैकमेलिंग को पेशा बनाने से पहले एक जगह नौकरी भी कर रही थी। और अब वो सलाखों के पीछे है।

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