दूसरी बार बिहार टॉपर घोटाले के हीरो बने गणेश पर बिहार बोर्ड ने कड़ी कार्यवाही की है। बिहार बोर्ड 12वीं परीक्षा में आर्ट्स के टॉपर गणेश कुमार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी से पहले बोर्ड ने गणेश कुमार का रिजस्ट भी बोर्ड ने सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही परीक्षा फॉर्म में गलत उम्र दर्शाए जाने के लिए गणेश कुमार पर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
बताते चले कि गणेश के संगीत में 70 में से 65 अंक आये है जबकि वो सरगम तक गाना भूल गए थे। गणेश कुमार ने गिरफ्तारी से पहले मीडिया को बताया कि वो गरीब परिवार से हैं और अच्छी नौकरी के लालच में उन्होंने ये सब किया।
इस संबंध में बिहार बोर्ड के अधिकारी आनंद किशोर ने बताया की गणेश की सभी कॉपी दोबारा चेक की ग्सई है और उनसे सवाल भी पूछे गए जिसमे वो सही पाए गए। बोर्ड के नतीजे सही हैं, ये प्रमाणित है कि गणेश ने अपनी कॉपी अपने ज्ञान से लिखी। उनके टॉपर होने में बोर्ड को कोई परेशानी नहीं है। बस उनके उम्र बदलके जाने को लेकर सभी डाक्यूमेंट्स चेक किये जा रहे है। जब बोर्ड ने गणेश से उनसे कई दूसरे पारिवारिक सवाल किए तो पता चला कि गणेश के दो बच्चे हैं जिनमें एक पाँचवी कक्षा में है।
नौकरी के लिए घटाई उम्र
बोर्ड अधिकारियों ने ये भी बताया कि गणेश ने आज से सालों पहले 1990 हाई स्कूल से दी थी। उस समय गणेश ने सीआरएसआर हाईस्कूल सरिया से पास किया है। गणेश की वास्तविक जन्मतिथी 7.11.1995 है जिसमे रोल नम्बर 0048 अंकित है। गणेश ने अपनी उम्र छुपाते हुए 18 साल कम दिखाकर दुबारा 2015 में हाई स्कूल की परीक्षा दी। जिस स्कूल से इन्होंने पास किया है उनके प्रबंधकों के ऊपर भी कार्रवाई जल्द ही कि जाएगी। ये सब करने की वजह पूछने पर गणेश कुमार ने बताया कि उन्हीने अच्छी नौकरी के लिए ऐसा किया।