कोटद्वार में पिछले कुछ दिनों में नारियल पानी बेचने वालों की तादात लगातार बढ़ रही है। आम जनता द्वारा जब इनसे नाम, पता पूछा गया तो पता चला की इनमे से ज्यादातर बिजनौर, बरेली, मुरादाबाद के रहने वाले है जिनका स्थानीय पुलिस द्वारा कोई सत्यापन नही किया गया है। ये जानकर कोटद्वार की जनता ने पुलिस के प्रति आक्रोश व्यक्त किया है। जबकि कोटद्वार की जनता और पुलिस दोनो को पता है की कोटद्वार सहित पौड़ी जनपद में कई जगह बड़े अपराधों को अंजाम देने वाले ज्यादातर बाहरी लोग है। जानकारी के अनुसार प्रतिदिन हरिद्वार नंबर के एक वाहन में ये हरे नारियल लाए जाते है जो यहा पर सब्जी, फल मंडी से अलग उन लोगों को बेचे जाते है जो सभी बाहरी है और ये सभी नारियल पानी बेचने वाले एक दूसरे के संपर्क में है और एक दूसरे के परिचित भी है।
बद्रीनाथ मार्ग से लेकर देवी मंदिर चौराहे तक लगभग बीस बाहरी लोग नारियल पानी बेचने के लिए बैठे है, इस संबंध में गौ सेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर गुसाईं सहित कई कोटद्वार वासियों ने दो दिन से सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाली है लेकिन अब तक पुलिस ने इन पर कोई कार्यवाही नहीं की है।
एक तरफ डीजीपी अशोक कुमार द्वारा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को पकड़ने के लिए सभी जगह चेकिंग करने के निर्देश दिए गए है वही कोटद्वार की पुलिस चेकिंग और सत्यापन को लेकर कितनी गंभीर है ये साफ दिख रहा है। ऐसे में कोटद्वार में अपराध बढ़ने के लिए आम जनता द्वारा पुलिस को जिम्मेदार ठहराना गलत ना होगा।