अवनीश अग्निहोत्री (देहरादून)
आम जनता को बड़े-बड़े और झूठे सपने दिखाने वाली , मात्र शक्ति- राष्ट्र शक्ति, बेटी बचाओ अभियान, घर मे महिलाओं के लिए शौचालय, गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और इस तरह की तमाम झूठी बाते और दावे करने वाली अब तक कि भाजपा और कांग्रेस सरकार की पोल चकराता की एक घटना से खुली है इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। लेकिन शायद हमारे जनप्रतिनिधियों को इस घटना के बारे में जानकर थोड़ी शर्म आ जाये, क्योकि उन्होंने भी अपनी माँ के पेट से ही जन्म लिया है।
24 अक्टूबर को 9 माह की गर्भवती बनिता देवी पत्नी दिनेश कुमार ग्राम थुनरा आराकोट तहसील मोरी। अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराने चकराता स्तिथ स्वास्थ्य केंद्र पहुची। लेकिन वहां डॉक्टर न होने के कारण बाकी स्टाफ ने उन्हें कही और जाने को बोला। इसी बीच वापस आते हुए त्यूणी के झूलापुल पर अचानक बनिता देवी से प्रशव पीढ़ा बर्दाश न हुई और वो वही बैठकर तड़फने लगी। ये सब देखकर आस-पास की महिलाये इकट्ठी हुई और साल-चुन्नी, चादर आदि से उन्हें चारो तरफ से घेर लिया और प्रसव के लिए सहायता की। जिसके कुछ ही देर बाद महिला ने एक बच्चे की जन्म दिया।
आपको बता दें कि चकराता छेत्र से प्रीतम सिंह 5 बार विधायक रहे और कांग्रेस सरकार में 2 बार मंत्री भी रहे। इसके साथ ही उनके छोटे भाई चमन सिंह उसी छेत्र में जिला पचायत अध्यक्ष भी है। लेकिन उसके बावजूद भी छेत्र में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था है और हमारे नेताओं की आखों में फिर भी शर्म नही क्योकि पुल पर बच्चे को जन्म देने वाली महिला किसी नेता की माँ बहन या बेटी नही थी।