प्रवीण नौटियाल (कोटद्वार)
सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक में आज कोटद्वार पहुच रहे है। जहा वे जनता दरबार मे लोगो की समस्याएं भी सुनेंगे। इसके लिए पार्टी के हर छोटे-बड़े कार्यकर्ता ने तैय्यारियाँ पूरी कर ली है और शहर बैनर और होर्डिंग पर भाजपा ही भाजपा से पटा हुआ है। लेकिन इसी बीच देखने को मिला कि प्रदेश से लेकर केंद्र तक के नेताओ के बीच भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी ज्यादातर बैनरों से गायब दिखे, जबकि अनिल बलूनी खुद कोटद्वार के ही रहने वाले है। इस बात की चर्चा कल से ही पूरे शहर में है कि क्या कोटद्वार भाजपा में गुटबाजी और मतभेद इतने बढ़ गए कि अब अपनो का ही सम्मान करना भूल गए, बड़ी बात ये है कि जिन नेताओ के बैनरों से अनिल बलूनी गायब है ये वही है जो कल तक बलूनी को अपना बड़ा भाई बताया करते थे। ऐसे में अब आम जनता के बीच मे भी ये चर्चा है कि जो अपने रास्ट्रीय प्रवक्ता के न हुए वो आम जनता के क्या होंगे। बताते चले कि 2019 में बलूनी के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा भी जोरो पर है लेकिन पार्टी के ही कुछ लोग आम जनता के बीच शायद ये जताने पर लगे हुए है पार्टी में सब कुछ ठीक-ठाक नही चल रहा है। इसका जीता जागता प्रमाण यही है कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी को उनके ही घर कोटद्वार से अपने ही लोगो ने बेघर कर दिया। अब देखना ये है कि अपने अनुसाशन को लेकर देश भर में सर उठाकर रहने वाली भारतीय जनता पार्टी के छोटे से शहर कोटद्वार के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही इस हरकत को पार्टी हाईकमान अनदेखा करेगी या अनुसाशनहीनता मानेगी। बहरहाल आम जनता ने तो इसे अनुसाशनहीनता मान ही लिया है। और इसका प्रभाव आने वाले चुनाव पर भी साफ दिखाई देगा। आखिर अब जनता को भी लगने लगा है जो अपनो के नही हुए वो हमारे क्या होंगे।