संस्कृति और उत्तराखण्ड समाचारपत्र पिछले 5 वर्षों से निरंतर प्रकाशित हो रहा है। इसकी शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य था कि उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों में जहा दूर दूर तक सड़के, मोबाइल नेटवर्क और बिजली न हो पाने के कारण अधिकारी, जनप्रतिनिधि व सरकारी योजनायें वहा तक न पहुचने से उन दुर्गम स्थानों में रहने वाले ग्रामीणों की बात शासन प्रशासन व आम जनता तक नही पहुच पाती है और उनकी अनदेखी होती है। यहा तक कि वहा दैनिक समाचार पत्र तक नही पहुच पाते और इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए हमारे द्वारा एक छोटा सा प्रयास किया गया जिसमें अपने समाचार पत्र के माध्यम से हमने उन ग्रामीण क्षेत्रो की समस्याएं भी उठायी क्योकि ये समाचारपत्र ग्रामीण क्षेत्रो में डाक द्वारा पहुचता है जिससे उन्हें भी अपनी बात रखने का मौका मिलता है और अपने आस पास की खबरों के साथ ही देश और दुनिया की भी खबरें पढ़ने को मिलती है। और अब इंटरनेट के माध्यम से भी पाठकों को अपनी बात रखने का मौका मिल रहा है साथ ही समाचारो के माध्यम से पहाड़ का हाल जानने का मौका मिलता है। कई लोग अपने समाचार, विचार, सुझाव व समस्याएं हमें बताते है और हम खबरों के माध्यम से उनका निस्तारण करने का प्रयास करते है। और आशा करते है कि आप भी अपने विचार, सुझाव व समस्याएं हमे बताए और हम अपने समाचारपत्र के माध्यम से उन्हें शासन प्रशासन व आम जनता तक पहुचाये।
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