•इलेक्ट्रानिक मीडिया कर्मी पर लगाया गबन और धोखाधड़ी का आरोप •एक माह से लापता, एसडीएम ने पुलिस को दिए कार्यवाही करने के निर्देश
अशोक केस्टवाल(कोटद्वार) चिट फंड का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि शहर में कमेटी के नाम पर गरीबों के साथ एक और धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले में उपजिलाधिकारी से गरीबों ने उनका पैसा दिलाने और फरार चल रहे इलेक्ट्राॅनिक मीडिया कर्मी को बरामद करने की गुहार लगाई है। उपजिलाधिकारी ने मामले में कोतवाली पुलिस को मामला दर्ज करने के निर्देश दिए है। कुछ गरीब तबके के लोगों ने उपजिलाधिकारी को सौंपे पत्र में कहा कि एक इलेक्ट्राॅनिक मीडिया कर्मी ने उन्हें विश्वास में लिया और उनकी छोटी-छोटी रकमें जमा करता था, जबकि जरूरत पड़ने पर वापस भी करता था। इन लोगों का कहना है कि बैंकों में खाता खोलने और पैसा जमा करने की झंझटों से बचने के लिए उनके द्वारा मीडिया कर्मी के पास पैसा जमा कराया जा रहा था और जरूरत पड़ने पर उससे वापस भी ले लिया करते थे, लेकिन विगत एक माह पूर्व उक्त मीडिया कर्मी बिना बताए कहीं चला गया और उसकी खोजबीन करने पर भी कोई पता नहीं चल पाया। आरोप है कि सभी पीड़ितों के आरोपी के पास दो-दो लाख रूपए जमा थे। इसके अलावा अन्य कई गणमान्य और संभ्रात लोगों और सज्जनों के भी कमेटी में हिस्सेदारी थी, जो लोक लाज के कारण सामने आने से कतरा रहे हैं। इस मौके पर मीडिया कर्मी पर धोखाधड़ी और गबन का आरोप लगाते हुए आरोपी से उनका पैसा वापस दिलाने और उसको बरामद करने की मांग की गई। ज्ञापन सौंपने वालों में अरविंद पंत, सोनिया महाजन, नसीम, गुलनाज, शहनाज आदि शामिल हैं।